Wednesday, 4 February 2015

तमन्ना की "दो मिलीमीटर वाली हसी" और उस्ताद का "दस ग्राम प्यार" बड़ा यूनीक  है यार।  तमन्ना का वो "छोटा प्रेम" और उस्ताद का "जमूरे" से प्यार बड़ा यूनिक है यार। तमन्ना का कमरे में पड़े बिस्तर के कोने में बैठ खिलखिला के हसना और उस्ताद का हर पल में हसी खोज लेना यूनिक है यार। तमन्ना "मेरी पगली" और उस्ताद की "मैं पगली"
.… ये बड़ा यूनिक है यार। 

No comments:

  मेरे पास हर टुकड़े पर उसे पूरा करने की खता करने वाला एक शख़्स मौजूद था    मौशिक़ी हो या हिमाक़त  शिक़वा हो गया माज़रत  हसना हो सखियों संग ...